Close

    पौड़ी गढ़वाल

    १. मां बूंगी देवी मंदिर का मार्ग, नैनीडांडा

    • स्थान: ब्यासी वल्ली गांव, झूड़ांगू ग्राम पंचायत, विकासखंड नैनीडांडा।
    • परियोजना: मां बूंगी देवी मंदिर तक एक इंटरलॉकिंग मार्ग का निर्माण। 3 किमी ऊपर स्थित मंदिर तक पहुंचना मुश्किल था, खासकर वार्षिक मेले के दौरान। यह कार्य 2 दिसंबर, 2023 और 26 जनवरी, 2024 के बीच पूरा हुआ।
    • प्रभाव: नए रास्ते ने भक्तों और स्थानीय महिलाओं के लिए पहुंच, स्वच्छता और सुरक्षा में काफी सुधार किया है। इस परियोजना ने सामग्री को ऊपर ले जाने की चुनौती को सफलतापूर्वक पार किया।
    • वित्तीय विवरण: ₹5.00 लाख की स्वीकृत राशि से पूरी हुई इस परियोजना ने 20 अकुशल और 3 कुशल मजदूरों के लिए 323 मानव-दिवस का रोजगार सृजित किया।

    २. जल स्रोत संरक्षण, पोखड़ा

    • स्थान: कामेड़ी ग्राम पंचायत, विकासखंड पोखड़ा।
    • परियोजना: गर्मियों के दौरान पानी की भारी कमी को दूर करने के लिए पारंपरिक जल स्रोतों का संरक्षण और एक जल भंडारण सुविधा का विकास। यह परियोजना 9 नवंबर, 2023 और 4 मार्च, 2024 के बीच निष्पादित की गई।
    • प्रभाव: परियोजना से पहले, 48 परिवारों को दिन में केवल एक घंटे के लिए पाइप से पानी मिलता था। अब, उन्हें पूरे दिन पानी उपलब्ध है, जिससे उन्हें महत्वपूर्ण राहत मिली है।
    • वित्तीय विवरण: कुल परियोजना लागत ₹2.50 लाख थी, जिसे मनरेगा (₹1.50 लाख) और 15वें वित्त आयोग (एफएफसी) टाइड फंड (₹1.00 लाख) के बीच समन्वय के माध्यम से प्राप्त किया गया। इसने 261 मानव-दिवस का रोजगार सृजित किया।

    ३. सुरक्षा दीवार निर्माण, बीरोंखाल

    • स्थान: सुकई ग्राम पंचायत, विकासखंड बीरोंखाल।
    • परियोजना: 22 मई, 2024 को हुई भारी बारिश के बाद एक सुरक्षा दीवार का निर्माण, जिससे कृषि भूमि और सार्वजनिक रास्तों को नुकसान पहुंचा था। यह कार्य 4 जुलाई, 2024 से 6 अगस्त, 2024 तक किया गया।
    • प्रभाव: दीवार ने सफलतापूर्वक मिट्टी के कटाव को रोका है और अब उफनती धारा के पानी को खेतों से दूर करती है। इसने क्षतिग्रस्त कृषि भूमि की रक्षा और बहाली की है, जिससे ग्रामीण सुरक्षित रूप से खेती फिर से शुरू कर सकते हैं।
    • वित्तीय विवरण: यह परियोजना मनरेगा के तहत ₹2 लाख की लागत से पूरी हुई, जिससे 13 मजदूरों के लिए 337 मानव-दिवस का रोजगार सृजित हुआ।